.माँ, भले ही पढ़ी-लिखी हो या नहीं,
पर संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान
हमें माँ से ही प्राप्त होता है।ना तो इतने कड़वे बनो की कोई थूक दे,
और ना ही इतने मीठे बनो की कोई निगल जाये।
पर संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान
हमें माँ से ही प्राप्त होता है।ना तो इतने कड़वे बनो की कोई थूक दे,
और ना ही इतने मीठे बनो की कोई निगल जाये।
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.माँ, भले ही पढ़ी-लिखी हो या नहीं,
पर संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान
हमें माँ से ही प्राप्त होता है।
भाग्य के दरवाजे पर सर पीटने से बेहतर है,
कर्मों का तूफान पैदा करें,
दरवाजे अपने आप खुल जायेंगे।
मत करना अभिमान खुद पर ऐ इन्सान !
तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने माटी से बनाकर
माटी में मिला दिया !
यदि किसी भूल के कारण कल का दिन दुःख में बीता,
तो उसे भूल जाइये।
उसे याद करके आज का दिन व्यर्थ न गंवाईये।
ये राहें ले ही जायेंगी मंजिल तक हौसला तो रख !
कभी सुना है कि अँधेरे ने सवेरा ना होने दिया ?
अपनी गलतियों से मिले अनुभव को याद रखो।
खाली जेब, भूखा पेट और झूठा प्रेम,
इंसान को जीवन में बहुत कुछ सिखा जाता है।
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